करो या मरो - महात्मा गांधी

करो या मरो - महात्मा गांधी

 देशभक्ति सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से की जाति है।

स्वतंत्रता कोई उपहार नहीं बल्कि हमारे वीरों का बलिदान है।

स्वतंत्रता कोई उपहार नहीं बल्कि हमारे वीरों का बलिदान है।

 आजादी की असली किमत वही जानता है जिसने गुलामी देखी हो।

तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा-नेताजी सुभाष चंद्र बॉस

 भारत को आज़ादी कब मिली थी? उत्तर- 15 अगस्त 1947

भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे? उत्तर- पंडित जवाहर लाल नेहरू